एम.एम.एच.कालेज गजियाबाद में अराजकता फैलाने में सबसे बड़ा हाथ डॉ मनपाल सिंह का,कालेज को उन्होंने लूट का अड्डा बना दिया है.जातिबादी लोगो का और परिवारवाद का जिस तरह से केंद्र यह कालेज परिसर बना है,वैसे अराजकतत्व तो छात्रों में भी नहीं है,अपने वरिष्ट शिक्षकों से चापलूसी और नकारे प्राचार्य के पांव पकरकर अपने पांव सोढ़ (पेड़ की जड़)में डाल चुके है,फिजिकल एजुकेशन के वरिष्ट शिक्षक के स्थान पर चापलूस और लुटेरे प्रवृति के टीचेर को विभाग दे दिया जिससे लूटपाट हो सके.
सबसे कमजोर और लालची व्यक्ति को चीफ प्राक्टर बनाया है जिससे वरिष्ठ शिक्षक उसके नीचे है और तो और कई महिला टीचर भी उससे मजबूती से महाविद्यालय का अनुशासन सम्भाल सकती है पर डॉ मनपाल सिंह को अनुशासन पसंद ही नहीं है,घर में बैठा प्रिंसिपली कर रहा है कालेज उजड़ रहा है तथा रात दिन षडयंत्र में लगा रहता है,इसकी कहानी पूर्व सांसद डॉ. र.च.तोमर से पूछिये?
महाविद्यालय में लगभा १५० टीचर है पर डॉ मनपाल सिंह को रास आते है केशव कुमार और उनके रिश्तेदार !
समान अवसर और आदर्श ईमानदारी के जिन संस्थानों में शिक्षण संस्थानों का नाम लिया जाता है वहां के हाल दलाल मंडियों से बदतर है इसका जीता जगाता उदहारण देखना हो तो एम.एम.एच.कालेज गजियाबाद आइये सारे नमूने आपको दिखाई दे जायेंगे ?
डॉ.रचना तोमर
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